Sunday, September 4, 2011

मच्छरदानी







मच्छरदानी
आज सुबह जब हमारी आँख नींद में खुली,
             हमारी भारी भरकम काया जब नींद मे हिली !
ऐसा लगा मानो रात्रि में कुछ घट गया हो,
             हमारे शरीर का कोई हिस्सा ही कट गया हो !

बायॉ पैर अपने दर्द की कह रहा था कहानी ,
             सूजन से भी याद आ रही थी घुटने को नानी !
कूल्हे व कंधे का था बहुत बुरा हाल,
             दिमाग में उठ रहे थे ढेर सारे सवाल !

क्यूँ, कहाँ, और कब,
             किस तरह हो गया ये सब ! 
तब मुझे याद आया कि कल रात,
             मै कुछ ज्यादा ही पी आया !

इसी बेहोशी मेँ मच्छरदानी लगाना गया भूल,
             बिजली तो पहले से ही हो रक्खी थी गुल !
इसी बात का मच्छरों ने जम कर फायदा उठाया,
             और हमारे शरीर को न जाने कहाँ - कहाँ काट खाया !

तौबा करता हूँ की अब कभी भी नहीं पीऊँगा,
             इन खूनी मच्छरों को पास न फटकने दूँगा !
बिजली रहे चाहे हो जाए गुल ,
             मच्छरदानी लगाना कभी नहीं भूलूँगा !

Friday, August 12, 2011

बन्दर की शादी


















अर्ज़ किया है !!!!!!


एक दिन बन्दर को शादी  का विचार आया,
उसने कछुवा पंडित को घर पर बुलवाया
कछुवे ने बन्दर की कुंडली बिचारी
और बोला कुंडली में है तुम्हारी
शनि की दशा भारी

चार दिन में कर लो शादी
वरना करनी पड़ेगी बंदरिया की  बेगारी

आनन् फानन में  बन्दर ने
TIMES OF JUNGLE में इश्तेहार छपवाया 

एक कुंवारा बन्दर जो है सज्जन
शकल से है अमिताभ बच्चन

नाचे तो धर्मेन्द्र  मारे तो जीतेन्द्र
रोये तो राजेंद्र ऐसा है यह फ़िल्मी बन्दर

इश्तेहार छपते ही उसके पेड़ पर रिश्ते आने लगे
कुछ बन्दर को कुछ कछुवे को रिश्ते भाने लगे

जैसे तैसे एक बंदरिया की फोटो पसंद आ गयी
 कछुवे  ने विवाह की तारीख तय की और विवाह की घडी करीब आ गयी

शादी के दिन बन्दर को दुल्हे की तरह सजाया गया
लुंगी के ऊपर coat  पहनाया गया

कौवे ने अतिथियों को सुनाया गाना
और चूहे पर बैठ बन्दर मामा हुए रवाना

बारात में मोर मस्त हो के नाच रहा था
भालू भी हिप होप के जरिये बाल सुखा रहा था

अगवानी में zirrafe  ने बन्दर को माला पहनाई
जिसको बन्दर के साथ चल रही बकरी ने आधी चबाई

हाथी ने बारातियों को सोडा पिलाया
शेर ने हर बाराती को अपनी गोद में बैठकर खाना खिलाया

फेरों के दौरान चींटी के पैरों के तले शेर की पूँछ आ गयी
दर्द के मारे शेर को अपनी नानी याद आ गयी

शेर चींटी पर जोर से चिल्लाया
शेर का  चिल्लाना सुन कर बन्दर को पसीना आ गया
वोह घबराहट में ७ की जगह १४ फेरे मार गया

देखते ही देखते हो गयी बन्दर की शादी
कछुवे ने बन्दर से कहा अब  नहीं मिलेगी
बंदरिया से तुम्हे  आज़ादी 

७ जन्मों का यह बंधन   छूटेगा नहीं
फेविकोल का ये  जोड़ कभी  टूटेगा नहीं